संस्थापक – डॉ। नरेंद्र दोभोळकर
शिक्षा – न्यू इंग्लीश स्कूल, सातारा
विलिंग्डन कॉलेज, सांगली, मेडिकल कॉलेज, मिरज में एम बी। बी। एस की उपाधि प्राप्त
पता – परिर्वतन, सहयोग हॉस्पिटल, सदर बझार, सातारा.
महाविद्यालय में पढ़ते समय दाभोलकरजी शिवाजी विश्वविद्यालय की कबड्डी टीम के कॅप्टन थे। कबड्डी के स्पर्धा में बांगला देश के विरोध में भारत का प्रतिनिधित्व किया। कबड्डी के लिए उन्हें महाराष्ट्र सरकार की ओर से छत्रपती शिवाजी क्रीडा पुरस्कार प्राप्त हुआ है। आपने बारह साल तक खुद का अस्पताल चलाया। उसके बाद सक्रीय सामाजिक कार्य में स्वयं को सौंप दिय। प्रारंभ में आप सामाजिक न्याय और समता के आंदोलन के साथ जुडे थे। मा। बाब आढावजी के ‘एक गाव एक पाणीवठा’ इस उपक्रम में आप शामिल हुए थे।
सन १९८३ से आपने अंधश्रध्दा निमूर्लन के कार्य का प्रारंभ किया। सन् १९८९ में अपने समविचारी दोस्तों के साथ आपने ‘महाराष्ट्र अंधश्रध्दा निमूर्लन समिति’ की स्थापना की। समिति के स्थापना से लेकर आज तक वे संगठन के कार्याकरी अध्यक्ष बने हुए हैं। अंधश्रध्दा और उसका उन्मूलन इस विषय पर आपने कई किताबें लिखी है। पिछले २० सालों के साथ संघर्ष किया है।
अस्पृश्यों के कारण पानी दूषित होता है, पशुबलि जैसी कई अंधश्रध्दाओं के विरोध मं लड़ना पड़ा है।
व्यसनमुक्तिकेंद्र, परिवर्तन, सातारा इस संस्था के भी आप संस्थापक सदस्य हैं। सातारा, सांगली, कोल्हापूर और कोकण में व्यसनमुक्ति की यह एकमात्र संस्था कार्य कर रही है। आजकल आप मराठी साप्ताहिक ‘साधना’ के संपादक हैं। महान स्वतंत्रता सेनानी और समाजसेवी साने गुरुजी के द्वारा यह मासिक शुरु किया गया था।